



डालर की तेजी के सामने रुपया तेजी के साथ गिर रहा
देश में महंगाई और बढ़ने के आसार
छह कारोबारी दिनों में रुपये में 100 पैसे की गिरावट
बाबा न्यूज
नयी दिल्ली। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में कई महीने से डॉलर की दहाड़ जारी है। डॉलर के मुकाबले रुपया गिरावट के नए रिकॉर्ड बनाने में लगा है। बीते रोज अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले रुपया 48 पैसे औंधे मुंह गिरकर 78.85 प्रति डॉलर के नए सर्वकालिक निचले स्तर तक लुढ़क गया। इसका असर आम आदमी की जेब पर सीधा पड़ेगा।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में कई महीने से डॉलर की दहाड़ जारी है। डॉलर के मुकाबले रुपया गिरावट के नए रिकॉर्ड बनाने में लगा है। मंगलवार को अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले रुपया 48 पैसे औंधे मुंह गिरकर 78.85 प्रति डॉलर के नए सर्वकालिक निचले स्तर तक लुढ़क गया। इसका असर आम आदमी की जेब पर सीधा पड़ेगा।
इसके असर से हर जरूरत की चीज पर महंगाई की और मार पड़ेगी। वहीं जानकारों का कहना है कि लंबी अवधि में रुपये की कमजोरी से निर्यात में इजाफा देखने को मिलेगा।
एलकेपी सिक्योरिटीज के शोध विश्लेषक विभाग के उपाध्यक्ष, जतिन त्रिवेदी ने कहा कि विदेशी निवेशकों की बिकवाली और फेडरल रिजर्व के आक्रामक रुख के कारण पिछले छह कारोबारी दिनों में रुपये में 100 पैसे की गिरावट आई है।
रुपये की गिरावट को रोकने के लिए रिजर्व बैंक ने मुद्रा बाजार में दखल देता रहा है। अप्रैल में आरबीआई ने स्पॉट मार्केट में दो अरब डॉलर बेचे। इससे साफ पता चलता है कि रुपये में किस कदर कमजोरी है। हाल ही में रिजर्व बैंक गवर्नर ने भी कहा कि केंद्रीय बैंक रुपये की कमजोरी को संभालने के लिए हर कदम उठाएगा। गिरावट की दो प्रमुख वजह
भारतीय रुपये में गिरावट की दो वजहें हैं। पहला, विदेशी निवेशक भारतीय बाजार में लगातार बिकवाली कर रहे हैं। दूसरा, डॉलर की लगातार बढ़ती खरीदारी। जब विदेशी अपना निवेश वापस करते हैं, उन्हें रुपये में भुगतान मिलता है, जो बाद में डॉलर में परिवर्तित होता है। इसके चलते डॉलर लगातार मजबूत हो रहा है और रुपये की मांग कमजोर हो रही है।