



अपनी डिजाइंस में करें अपनी संस्कृति, इतिहास, विरासत, प्रकृति और इमोशंस का समावेश
*आर्किटेक्ट्स एसोसिएशन आगरा का चतुर्थ दो दिवसीय आरकौन एक्सपो एंड सम्मिट-2022 होटल क्लार्क शिराज में हुआ शुरू*
*भवन निर्माण सामग्री एवं तकनीक की लगी अब तक की सबसे विशाल प्रदर्शनी*
बाबा न्यूज
आगरा। आर्किटेक्चर की आत्मा है थ्री पी यानी पीपल, प्लेस और परपज। इनका ख्याल रखते हुए आर्किटेक्ट्स को अपने डिजाइंस में अपनी संस्कृति, विरासत, इतिहास, प्रकृति और इमोशंस का खूबसूरती से समावेश करना चाहिए…
यह कहना था वर्ष के सर्वश्रेष्ठ आर्किटेक्ट और ज्वैल ऑफ पंजाब से सम्मानित व क्रिएटिव ग्रुप दिल्ली के नामचीन आर्किटेक्ट प्रोफेसर चरनजीत शाह का।
चरनजीत जी सोमवार को होटल क्लार्क शिराज में आर्किटेक्ट्स एसोसिएशन आगरा द्वारा टोटो सलूजा सेनेटरी स्टोर के साथ आयोजित चतुर्थ दो दिवसीय आरकॉन एक्सपो एंड सम्मिट-2022 के उद्घाटन सत्र में “सस्टेनेबिलिटी एंड इनोवेशन इन आर्किटेक्चर” विषय पर बतौर कीनोट स्पीकर अपना व्याख्यान दे रहे थे।
सभागार में ताज नगरी और आसपास से उपस्थित डेढ़ सौ से अधिक आर्किटेक्ट्स, इंटीरियर डिजाइनर्स, विद्यार्थी और कंस्ट्रक्शन इंडस्ट्री से जुड़े लोगों के साथ विभिन्न राज्यों से आए विषय विशेषज्ञों को संबोधित करते हुए श्री चरनजीत शाह ने समझाया कि कॉस्मेटिक नहीं, ऑर्गेनिक बनें। आर्टिफिशियल नहीं, नेचुरल थिंग्स क्रिएट करें। आउट ऑफ द बॉक्स सोचें। इनोवेटिव बनें। बिल्डिंग को बनाकर लेयरिंग करें, एनवलप करें। पारंपरिक सन शैडिंग डिवाइस जाली का उपयोग करें। प्रदूषण और रेडिएशन रोकने के उपाय खोजें। जहां जगह मिले, पोंड बना दें। वी कॉलम्स का उपयोग करके थिनेस्ट फ्लाईओवर बनाएं। सॉलि़ड वेस्ट मैनेजमेंट का ख्याल रखें।
उन्होंने कहा कि अब भारत बदल रहा है। काशी और अयोध्या रूपांतरित हो रहे हैं। ऐसे में, आर्किटेक्ट्स के लिए अनंत अवसर हैं।
उन्होंने कहा कि हम अमेरिका से क्यों सीखते हैं? अपनी महान सभ्यता और संस्कृति से क्यों नहीं? नया भारत हिंदुस्तानी ही बनाएगा, कोई विदेशी नहीं।
*दीप जलाकर किया शुभारंभ..*
इससे पूर्व आगरा के कमिश्नर की धर्मपत्नी डॉ. प्रीति गुप्ता ने बतौर मुख्य अतिथि दीप जलाकर नेशनल कांफ्रेंस और रिबन काटकर भवन निर्माण सामग्री और तकनीक की अब तक लगाई गई सबसे बड़ी प्रदर्शनी का उद्घाटन किया।
इस अवसर पर उनके साथ एडीए वीसी की पत्नी और मुख्य वन अधिकारी आरूषी मिश्रा, आर्किटेक्ट्स एसोसिएशन आगरा के प्रेसिडेंट समीर गुप्ता, सचिव अमित जुनेजा, उपाध्यक्ष येशवीर सिंह, सुमित वैभव, श्रीमती शारदा गुप्ता, सुनील चतुर्वेदी और चरनजीत शाह भी प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।
आर्किटेक्ट अवंतिका शर्मा, हिमांशी, सुनील चतुर्वेदी, सिद्धार्थ शर्मा अनुराग खंडेलवाल और कोषाध्यक्ष अमित बघेल ने अतिथियों का स्वागत किया। श्रद्धा अरोरा और श्रुति बंसल ने संचालन किया।
*छोटा आईडिया भी ला सकता है बड़ा परिवर्तन..*
डॉ. प्रीति गुप्ता ने इस मौके पर कहा कि हम सभी के घरों को अधिक से अधिक सस्टेनेबल और सुखदायक जीवन प्रदान करने वाला बनाने में आर्किटेक्ट्स की बड़ी भूमिका है। उन्होंने कहा कि आर्किटेक्ट का एक छोटा इनोवेटिव आइडिया भी समाज और देश में बड़ा परिवर्तन ला सकता है।
*सन् 2050 तक पड़ेगी दुनिया भर में 300 करोड़ लोगों को मकान की जरूरत*
आर्किटेक्ट्स एसोसिएशन आगरा के प्रेसिडेंट समीर गुप्ता विभव ने स्वागत उद्बोधन में कहा कि आर्किटेक्ट एक्ट 1972 में बना था। इस वर्ष एक्ट के 50 साल पूरे होने पर इसे सेलिब्रेट करने के लिए यह कांफ्रेंस आयोजित की जा रही है। देखना यह होगा कि हमने आर्किटेक्चर के क्षेत्र में इन 50 वर्षों में क्या पाया और क्या पाने के लिए अभी शेष है।
उन्होंने सस्टेनेबल और एनवायरमेंट फ्रेंडली कंस्ट्रक्शन पर जोर देते हुए कहा कि इस क्षेत्र में अपार अवसर आ रहे हैं क्योंकि वर्ष 2050 तक दुनिया भर के 300 करोड़ लोगों को मकान की जरूरत पड़ेगी।
*आर्किटेक्ट्स एक्ट के 50 साल पर हुई चर्चा*
द्वितीय सत्र में आर्किटेक्ट्स एक्ट के 50 साल के मद्देनजर विश्व को बदलने में आर्किटेक्चर की भूमिका पर मंथन किया गया। इस डिस्कशन में मानिषी अग्रवाल, अर्चना वेन गिल्स, अनुज मेहता और समीर गुप्ता विभव शामिल रहे।
वुड एंड सस्टेनेबिलिटी विषय पर आयोजित पैनल डिस्कशन में अनुराग खंडेलवाल, सौरभ चैटर्जी, लक्ष्मी गोवेकर और अनुराग अग्रवाल ने अपने विचार व्यक्त किए।
*ब्रेकिंग द बैरियर: गोइंग बियोंड आर्किटेक्चर पर आज करेंगे मंथन*
कांफ्रेंस के दूसरे दिन 20 दिसंबर को ब्रेकिंग द बैरियर: गोइंग बियोंड आर्किटेक्चर पर पैनल डिस्कशन होगा।
*प्रदर्शनी में उमड़ी भीड़..*
होटल क्लार्क शिराज में ताज नगरी की भवन निर्माण सामग्री और तकनीकी की अब तक की सबसे बड़ी और अत्याधुनिक प्रदर्शनी लगाई गई है। प्रदर्शनी में 40 स्टॉल्स पर लाइफस्टाइल, होम डेकोर, सेनेटरी, होम इंटीरियर, हॉस्पिटैलिटी सॉल्यूशंस, ग्लास एंड डेकोर आदि उत्पाद आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं। सोमवार को पहले दिन देर रात तक लोगों की इन स्टॉलों पर भीड़ लगी रही। निर्माण उद्योग में लेटेस्ट मटेरियल, कांसेप्ट और न्यू ट्रेंड को देखने के लिए इंटीरियर डिजाइनर्स और शहरवासियों में अच्छी खासी उत्सुकता रही।