



बाल संस्कारशाला में लगायी बच्चो की पाठशाला, दिए सफलता के पांच मंत्र
श्री निताई गौरांग की सप्त दिवसीय कथा का हुआ समापन
बाबा न्यूज
आगरा। महाराजा अग्रसेन सेवा समिति की ओर से लोहामंडी स्थित महाराजा अग्रसेन भवन में चल रही श्री निताई गौरांग कथा मे व्यासपीठ से गौरदास महाराज ने सातवे दिन रविवार को चैतन्य महाप्रभु के चरित्र की कथा का समापन हो गया। कथा से पूर्व स्कूली बच्चो की प्रात: के सत्र में बाल संस्कारशाला में विशेष शिक्षाप्रद सत्संग कर उन्हें सफलता के पांच मंत्र दिए।
व्यासपीठ से गौरदास महाराज ने कहा कि प्रेमावतार चैतन्य महाप्रभु ने राधा कांति कलेवर धारण कर श्री राधा भाव से अपने पार्षदों से आवृत रहकर अपनी समस्त लीलाएं की हैं। श्री राधा की जिन विरहझ्र भाव दशाओं का वर्णन गीत गोविन्दकार श्री जयदेव जी ने किया है, वे महाप्रभु चैतन्य के जीवन में प्रतिक्षण घटित होती रहीं। उन्होंने कहा कि जिस भक्त के ह्रदय में भगवान का प्रेम हिलोरें लेता है, उसके कदमझ्र कदम पर, रोमझ्र रोम में, बातचीत में, प्रत्येक इन्द्रियों में, हावझ्र भाव में, प्रेम छलक कर बाहर बिखरता रहता है। प्रेम की मात्रा हृदय में बढ़ जाती है, तब संभाले नहीं संभलती। नित्यझ्र निरंतर महाप्रभु जी कृष्ण विरह में इसी प्रकार करूण क्रन्दन, रूदन करते रहते थे। कथा के समापन के दौरान श्रीकृष्ण गोविन्द हरे मुरारी हे नाथ नरयायन वासुदेवा… किशोरी जी के रच रही मेहँदी हाथ… नए नए वसन रगा दे मेरे मैया ओह… आदि भक्तिगीतो से भवन का वातावरण चैतन्यमय हो गया।
संस्कार शाला में मिले बच्चो को पांच सूत्र
गौरदास महाराज ने बच्चो से कहा कि जैसे बीज से पेड़ तक की यात्रा पूरी होती है वैसे ही बच्चेपैन से महामानव तक की यात्रा पूरी होती है। अगर बीज के संरक्षण करने में लापरवाही हुई तो अच्छे पेड़ की उम्मीद मत करिये ऐसे ही बचपन में सँभालने में लापरवाही हो गयी तो आप एक अच्छे मानव होने की उम्मीद मत करिये। हम सबको एक जैसे अंग मिले है उनकी उपयोगिता हमने कैसे की है इसका अंतर होता है। पहला सूत्र साधना, दूसरा संयम, तीसरा संतुलन, चौथा समीक्षा और पांचवा सूत्र संतोष अथवा समाधान। इन सूत्रों को अपना कर आपको परिवर्तन महसूस होगा।
ये रहे मौजूद
इस दौरान अध्यक्ष मोहनलाल अग्रवाल, महासचिव डॉ. वी.डी. अग्रवाल, कोषाध्यक्ष धनश्याम दास अग्रवाल, उपाध्यक्ष महावीर प्रसाद मंगल, सरजू बंसल, ओपी गोयल, प्रेमचंद अग्रवाल, सौरभ ललित, मुन्ना लाल बंसल, मुरारी प्रसाद अग्रवाल, गीता अग्रवाल, उषा गोयल, मालती गोयल, मीना गोयल आदि मौजूद रहे।