



बाबा न्यूज
आगरा। गुरुद्वारा दशमेश दरबार शहीद नगर विभव नगर पर विशेष गुरवाणी कीर्तन दरबार सजा। गुरुघर पहुंच कर गुरु प्यारी दुलारी संगतों ने श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के आगे परिवार सहित मत्था टेककर खुशियां प्राप्त की। कीर्तन दरबार की आरंभता पाठ श्री सोदर रेहरास साहिब के पाठ के साथ हुई। रागमयी कीर्तन की हाजिरी भाई कुलदीप सिंह कानपुर वालो द्वारा गुरवाणी कीर्तन की अमूल्य रसधारा, गुरवाणी कीर्तन से संगत को निहाल किया। उनके शब्द थे, भूले मारग जिनहें बताया ऐसा गुर वड भागी पाया, किनका एक किनका जिस जी बसावे ताकी महिमा गनी ना पावे, प्रभु कीजै किरपा निधान हम हर गुन गावेंगे। दशमेश दरबार सेवक जत्थे वालों द्वारा सिमरन की अनमोल माला का सिमरन आद गुरह नमह ,जुगाद गुरह नमह, सतगुरु नमह,श्री गुर देव नमह। पवित्र वाणी का सिमरन एक मन एकचित होकर किया। ज्ञानी मंशा सिंह द्वारा अरदास हुकुमनामा के साथ साहिबो का सुखासन कर गुरु महाराज की सवारी को उनके निज स्थान सचखंड पहुंचाकर सभी धर्म प्रेमियों ने गुरु अटूट लंगर पाया ।
इस अवसर पर प्रधान हरपाल सिंह, राजू सलुजा,सुरेन्द सिंह लवली,मलकीत सिंह,इन्दरजीत सिंह वाधवा, गुरु सेवक श्याम भोजवानी, गुरिंदर सिंह,हरजिंदर सिंह, हरजीत सिंह भसीन, सुरेंद्र सिंह लाडी, देवेन्द्र सिंह जुल्का,जसमीत सिंह,सीमा सिंह आदि थे।