



महोत्सव में चौथे दिन श्री कृष्ण से भेंट और देवीय प्रसंग का हुआ वर्णन
बाबा न्यूज
आगरा। कोठी मीना बाजार स्थित खाटूश्याम धाम पर श्री मोरवीनंदन सेवा मंडल की ओर से चल रही खाटूश्याम कथा में चौथे दिन कथा में बर्बरीक की श्री कृष्ण से भेंट, नारायण स्तुति और दैवीय प्रसंग की कथा के प्रसंग का वर्णन किया। उज्जैन के निरंजनी अखाड़ा के महामंडलेश्वर नर्वदा शंकरपुरी जी महाराज के साथ दैनिक यजमानों ने सर्वप्रथम गणेश जी का पूजन कर किया। हारे का सहारा बाबा श्याम हमारा का जयघोष लगाते ही श्यामप्रेमीयों ने नर्वदा शंकरपुरी महाराज के सुर में सुर मिलाये ।
व्यासपीठ से महामंडलेश्वर नर्वदा शंकरपुरी महाराज ने कहा कि बर्बरीक जब श्री कृष्ण से मिलने पहुँचे तो जाते ही अभिवर्धन करते हुए कहा कि आर्यदेव माधव ! मैं आप को प्रणाम करता हूँ और ये पूछता हूँ कि संसार में उत्पन्न हुए जीव का कल्याण किस साधन से होता है। तब श्री कृष्ण ने बर्बरीक से कहा – तुम पहले बल प्राप्त करने के लिए देवियों की आराधना करो। तुम्हारा ह्रदय बहुत ही सुन्दर है इसलिए आज से तुम्हारा एक और नाम ह्यसुहृदयह्ण भी होगा। तब बर्बरीक ने महीसागरसंगम तीर्थ में जा कर नौ दुगार्ओं की अराधना की। तीन वर्षों तक बर्बरीक ने देवियों की अराधना की। तब देवियों ने बर्बरीक की पूजा से संतुष्ट होकर प्रत्यक्ष दर्शन दिया और साथ में वे दुर्लभ बल प्रदान किया जो तीनों लोकों में किसी और के पास पहले नहीं था। देवियों ने बर्बरीक को एक नया नाम ह्यचण्डिलह्ण भी दिया और आशीर्वाद दिया कि वे समस्त विश्व में प्रसिद्ध और पूजनीय होगा।
भोलेनाथ को प्रतिदिन जल चढ़ाने से होती है सभी मनोकामनाएं पूरी
हमें स्वार्थ रहित सेवा प्रकृति से सीखनी चाहिए। प्रकृति हमारी आवश्यकता अनुसार हमें सारी चीजें प्रदान करती है परंतु बदले में वह हमसे कुछ नहीं मांगती। भगवान अपने भक्तों की चिंता रखते हैं, उन्हें प्रसन्न करने के लिए भक्तों को बहुत कठिन परिश्रम नहीं करना है। सुबह-सुबह नहाते समय एक लोटा जल अगर भोलेनाथ को चढ़ाने से सभी मनोकामना पूरी होती है। ईश्वर भक्तों की रक्षा के लिए अवश्य मदद करते है।
भजनों पर जमकर झूमे श्यामप्रेमी
कथा स्थल में बाबा लखदातार है खाटू वाला, श्याम बाबा की जय, खाटू वाले की जय…, इस पापी युग में गऊ माता का कोई नहीं रखवाला गोविन्दा गोपालाङ्घ, मेरा कोई ना सहारा बिन तेरे साँवरिया आदि भजनों से पर महिलाएं अपने को नृत्य करने से रोक ना सकी। यथर्व फाउंडेशन की टीम ने कथा की व्यवस्था संभाली।
सर्वप्रथम शक्ति स्वरूपा के हो रहे दर्शन
भक्तो के आराध्य श्याम बाबा के साथ सर्वप्रथम दरबार में राजस्थान की शक्ति स्वरूपा राणी सती दादी, राधा-कृष्ण, गणेश जी, महादेव, वीर हनुमान और अंत में सालासर बालाजी के दर्शन कर भक्त निहाल हो रहे है।
कथा में आज
अध्यक्ष राम अग्रवाल ने बताया कि बुधवार को कथा में ब्रह्मचर्य व्रत, पांडवों से भेंट और भीम से युद्ध का प्रसंग का वर्णन होगा। इस अवसर पर महामंत्री अमित अग्रवाल, पार्षद मुरारीलाल गोयल, सेठ श्रवण कुमार अग्रवाल, जीतू चौधरी, विवेक अग्रवाल, राजेश मथुरिया, अभिषेक बरसाना, शिव सिंह बघेल, अजित संत, गायत्री देवी, सुमन गोयल, नेहा अग्रवाल, कृतिका अग्रवाल, मोहिनी अग्रवाल, लब्बी भगत, शुभम चौधरी, लक्ष्मी चौधरी, बंसी वर्मा, मीरा वर्मा, पंकज लोहिया, ओम प्रकाश शर्मा, राहुल अग्रवाल, बॉबी बंसल, प्रदीप जैन, देवेंद्र मित्तल, राजकुमार मित्तल, योगेश मित्तल, केपी बंसल आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहे।