



इन्द्रेश तोमर/ बाबा न्यूज
पिनाहट। बाह विधानसभा से विधायक रानी पक्षालिका सिंह और पूर्व मंत्री अरिदमन सिंह भदावर के पुत्र डॉ. त्रिपुदमन सिंह को विश्व के सबसे बड़े इतिहास पुरस्कार डैन डेविड से सम्मानित किया गया। विश्व के सबसे बड़े इतिहास पुरस्कार, डैन डेविड पुरस्कार ने अपने 2024 के विजेताओं की घोषणा की, जिसमें नौ इतिहासकारों को उनके शोध के समर्थन हेतु 300,000 डॉलर प्रत्येक का पुरस्कार दिया। पुरस्कार के बोर्ड सदस्य और पुरस्कार के संस्थापक डैन डेविड के पुत्र एरियल डेविड ने कहा, वर्तमान की जटिलताओं को समझने और भविष्य की चुनौतियों का सामना करने के लिए, हमें सबसे पहले अपने अतीत को बेहतर ढंग से समझना होगा। उन्होंने कहा नवीन तरीकों और स्रोत सामग्रियों का उपयोग करके, हमारे विजेताओं ने हमें बहुमूल्य नई ऐतिहासिक अंतर्दृष्टि प्रदान की है। जिसमें समकालीन भारत के जन्म से लेकर वारसॉ यहूदी बस्ती के भूमिगत अभिलेखागार और वाइकिंग्स के पूर्व से गहरे संबंधों तक हर चीज पर प्रकाश डाला गया है। डैन डेविड पुरस्कार उत्कृष्ट इतिहासकारों, पुरातत्वविदों, क्यूरेटरों और डिजिटल मानवतावादियों की अगली पीढ़ी का सम्मान करता है। इस वर्ष, जिनेवा ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट के भारतीय मूल के शोधकर्ता त्रिपुरदमन सिंह इस प्रतिष्ठित पुरस्कार के प्राप्तकर्ताओं में से एक हैं। अपने शोध में उन्होंने इस क्षेत्र में उपनिवेशवाद के साथ टकराव की प्रकृति, उपनिवेशवाद से मुक्ति की प्रक्रिया और भारतीय लोकतंत्र के जन्म का पता लगाया है। वही पुरस्कार से सम्मानित की जाने पर डॉ. त्रिपुदमन सिंह भदावर को विधायक रानी पक्षालिका सिंह एवं पूर्व मंत्री राजा अरिदमन सिंह भदावर सहित क्षेत्रीय लोगों ने बधाई देते हुए उज्जवल भविष्य की कामना की है।