



गरीब नवाज की छटी शरीफ पर की गयी अमन चेन की दुआ
बाबा न्यूज
आगरा। हजरत मुईन उद्दीन चिश्ती रह. अजमेरी संजरी (ख्वाजा गरीब नवाज) के 813 वें सलाना उर्स मुबारक के मौके पर हर साल की रवायत को कायम रखते हुए इस साल भी बड़ी शानो शौकत के साथ दरगाह हजरत सैय्यदना शाह अमीर अबुल उला रह़.पर छटी शरीफ (कुल शरीफ फातिहा) रिवायत के अनुसार मौरूसी सज्जादा नशीन हजरत सैय्यद मोहतशिम अली अबुल उलाई और नायब सज्जादगान सैय्यद विरासत अली अबुल उलाई, सैय्यद ईशाअत अली अबुल उलाई व सैय्यद कैफ अली अबुल उलाई की मौजूदगी में किया गया।
एक रात शेर-ए-खुदा हजरत अली, हजरत हसन रजी. और हजरत हुसैन रजी. हजरत सैय्यदना शाह अमीर अबुल उला रह. के ख्वाब में आए और उन्हें गंभीर संज्ञान देते हुए दुर्वेश (फकीरी) का रास्ता अपनाने का आदेश दिया। हजरत सैय्यदना (रह.) अकबराबाद से दिल्ली के लिए रवाना हुए और हजरत ख्वाजा कुतुब उद्दीन बख्तियार काकी (रह.) और हजरत ख्वाजा निजामुद्दीन औलिया (रह.) के यहां हाजिÞरी देने के बाद अजमेर पहुंचे। अजमेर में रहने के दौरान हजरत ख्वाजा गरीब नवाज (रह.) ने हजरत सैयदना (रह.) को मुंह में तस्बीह का एक मनका दे कर (रुहानी तौर पर) प्रबुद्ध किया, इस प्रकार हजारों रुहानी राज जाहिर हुए और हजरत ख्वाजा गरीब नवाज (रह.) नें अनगिनत रूहानी राजो को खोलकर हजरत सैय्यदना रह. का जीवन बदल दिया।
आज भी हजरत सैय्यदना (रह.) की दरगाह पर सफलता और दया का दरिया बहता है। यह दरगाह आपसी भाईचारे और मोहब्बत की एक बहुत खूबसूरत मिसाल है। यहां हर मजहब को मानने वाले एक साथ प्रार्थना करते हैं।