



बाबा न्यूज
आगरा। रामलाल वृद्धाश्रम में अकेलेपन का दर्द सहने वाले 66 वर्षीय मुन्नालाल और 57 वर्षीय प्रीतिलता ने आज वैदिक रीति रिवाज विवाह कर लिया। इसके साथ ही मुन्नालाल की 90 वर्षीय मां की बहू लाने की वर्षों पुरानी हसरत भी पूरी हो गई। उनकी आंखों में खुशी के आंसू छलक पड़े। वरमाला के बाद पंडित देवेंद्र शास्त्री ने विधि विधान से विवाह कराया। महिला के पिता की भूमिका आश्रम के संचालक शिव कुमार शर्मा ने निभाई।
विवाह के मौके पर कैलाश स्थित रामलाल वृद्धाश्रम का माहौल बदला बदला दिखाई दिया। एक तरफ मंगल गीत, दूसरी तरफ नये-नये परिधानों में सजे बुजुर्ग, घोड़े पर सवार दूल्हा राजा, ढोल की थाप पर नाचते-गाते बुजुर्गों के चेहरे पर गजब की खुशी दिख रही थी। ये वो बुजुर्ग थे जो अमूमन जीवन की संध्या पर न चाहते हुए भी दुखी हो ही जाते हैं। लेकिन सबके चेहरे की खुशी दिखाई दे रही थी। यह खुशी हर शख्स को भावुक भी कर रही थी।
मुन्नालाल और प्रीतिलता की मुलाकात छह महीने पहले वृद्धाश्रम में हुई थी। धीरे-धीरे दोनों के बीच दोस्ती हुई और एक-दूसरे का सहारा बनने का फैसला लिया। मुन्नालाल ने आश्रम के संचालक शिव प्रसाद शर्मा को पत्र लिखकर शादी की इच्छा जताई। प्रीतिलता के पति का देहांत हो चुका है और उनके बच्चे उन्हें वृद्धाश्रम में छोड़ गए। वहीं, मुन्नालाल भी अपनी 90 वर्षीय मां के साथ आश्रम में रहते हैं, क्योंकि उनके परिवार ने उन्हें घर से निकाल दिया था।
मुन्नालाल की 90 वर्षीय मां ने भी इस रिश्ते को आशीर्वाद दिया है। जिससे बुजुर्गों में उत्साह है।