



आगरा कॉलेज में तीन दिवसीय चित्रकला कार्यशाला में छात्र-छात्राओं ने बिखेरा रंगों का जादू
बाबा न्यूज
आगरा। आगरा कॉलेज के चित्रकला विभाग में आयोजित तीन दिवसीय चित्रकला कार्यशाला के दूसरे दिन विद्यार्थियों ने खुले आकाश के नीचे श्री गंगाधर शास्त्री गार्डन में अपनी तूलिका के माध्यम से रचनात्मक अभिव्यक्ति की मिसाल पेश की। इस अवसर पर प्रतिभागियों ने रंगों के माध्यम से देशप्रेम, प्रकृति का सौंदर्य, राधा-कृष्ण की रसमय झलकियों सहित विविध विषयों को अपनी कला में समेटा।
कार्यशाला की संयोजिका डॉ. सुनीता यादव ने बताया कि इस प्रकार की कार्यशालाएं विद्यार्थियों की कल्पनाशक्ति, रचनात्मकता और आत्म-अभिव्यक्ति को प्रोत्साहित करने हेतु अत्यंत आवश्यक हैं। उन्होंने कहा कि चित्रकला एक साधना की तरह होती है, जो एकाग्रता बढ़ाकर समग्र व्यक्तित्व के विकास में सहायक होती है।
इस अवसर पर प्रो. विक्रम सिंह ने कहा कि कला न केवल संज्ञानात्मक विकास में सहायक होती है, बल्कि यह विद्यार्थियों को अपनी भावनाओं को प्रभावशाली ढंग से व्यक्त करने का अवसर भी प्रदान करती है। कार्यशाला में शोधार्थियों, बी.ए. तथा एम.ए. के छात्र-छात्राओं ने विभिन्न चित्रों के माध्यम से अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। शोधार्थी लक्ष्मीकांत भार्गव ने प्रकृति-चित्रण में अपनी कुशलता दिखाई। वहीं दीप सिंह ने जनजातीय जीवनशैली पर आधारित चित्र प्रस्तुत किए। एमए की छात्रा द्वारा राधा-कृष्ण के प्रेम और सौंदर्य को दर्शाता अत्यंत मनोहारी चित्र विशेष आकर्षण का केंद्र रहा।
कॉलेज के प्राचार्य प्रो. सी.के. गौतम ने विद्यार्थियों की कलाकृतियों की सराहना करते हुए कहा कि कला न केवल तनाव को कम करती है, बल्कि सामाजिक समरसता और संवेदनशीलता को भी बढ़ावा देती है। उन्होंने कहा कि जीवन के किसी भी क्षेत्र में सफलता के लिए कला की समझ अत्यंत आवश्यक है।
प्रो. संध्या यादव ने इस अवसर पर राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ख्यातिप्राप्त चित्रकारों के योगदान एवं सम्मान की चर्चा की। कार्यशाला के अंत में डॉ. सुनीता यादव ने विद्यार्थियों की उत्साही भागीदारी को देखकर भविष्य में और भी ऐसी कार्यशालाएं आयोजित किए जाने का आश्वासन दिया।
इस अवसर पर भावना कर्दम, तमन्ना, कोमल, देवेश, भावना, आरती, शिवानी अग्रवाल, डॉ. गौरव कौशिक सहित अनेक शिक्षक एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।