



बाबा न्यूज
आगरा। राजा बलवंत सिंह इंजीनियरिंग टेक्निकल कैंपस में जैव प्रोद्योगिकी विभाग द्वारा दो दिवसीय थ्री डी प्रिंटिंग कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला अखिल भारतीय तकनीकि शिक्षा परिषद की ओर से आयोजित की जा रही है।
कार्यशाला में थ्री डी क्लब के के जनरल सेक्रेटरीअभय रावत ने भविष्य की इस तकनीक के विभिन्न आयामों व पहलुओं को समझाया। उन्होंने बताया कि थ्री डी प्रिटिंग एक डिजिटल फाइल से तीन आयामी ठोस वस्तुओं को बनाने की एक प्रक्रिया है। थ्री डी प्रिटिंग लेयरिंग विधि के द्वारा तीन आयामी डिजाइन बनाने के लिए सीएडी का उपयोग करता है।
परियोजना के अन्वेषक डॉ. संजय गुप्ता व सह अन्वेषक इंजी. अतुल जैन ने बताया कि भविष्य की इस तकनीक का प्रमुख उपयोग क्रत्रिम अंगों व जटिल चलायमान आकृतियों को तैयार करने में होगा, टेÑडिश्नल मैन्युफैक् चरिंग मेथड से करना बहुत मुश्किल था।
जैव प्रोद्योगिकी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. विवेक कुमार श्रीवास्तव ने छात्र-छात्राओं को बधाई देते हुए कहा कि वर्तमान में भारत सबसे तीव्र गति से विकास करने वाला विकासशील देश है, जहां निवेश के अवसरों को बढ़ाने एवं देश की विनिर्माण क्षमताओं को मजबूती प्रदान करने के उददेश्य से नयी पहल आरम्भ की गई है, जिसमें थ्री डी प्रिटिंग तकनीक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।
डिप्टी एसपी राजीव सिरोही ने छात्र छात्राओं को थ्री डी क्लब की स्थापना व इसमें चल रहे कार्यों के लिए सराहा। संस्थान के निदेशक प्रशासन एवं वित्त डॉ. पंकज गुप्ता ने छात्र छात्राओं को इस क्लब से जुड़ने के लिए प्रेरित किया। निदेशक अकादमिक डॉ. ब्रजेश सिंह कुषवाह ने क्लब के वृहद स्तर पर संचालन के लिए हर संभव मदद का आश्वासन दिया।