



कागजों में तालाब की सफाई दिखा भेज दी मुख्यमंत्री पोर्टल पर झूठी रिपोर्ट
खंड विकास अधिकारी की जांच में खुली फर्जी शिकायत निस्तारण की पोल
सुरेश बघेल/बाबा न्यूज
एत्मादपुर (आगरा)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देशभर के तालाबों को अवैध कब्जों से मुक्त कराकर जल संचयन के लिए उन्हें पुराने स्वरूप में लाने के लिए अमृत सरोवर के रूप में विकसित कराने का महत्वाकांक्षी अभियान चलवा रहे हैं। प्रधानमंत्री की तालाबों को जीवनदान देने की अब तक की सबसे बड़ी इस मुहिम को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी पूरी शिद्दत से आगे बढ़ा रहे हैं। केंद्रीय मंत्री और विधायक तालाबों की खोदाई में फावड़े और तसले सिर पर उठा कर श्रमिकों के साथ योगदान दे रहे हैं। लेकिन सरकारी मशीनरी है कि वह अपनी आदत से बाज नहीं आ रही। अब यहीं देखिए, तहसील की ग्राम पंचायत बैनई में स्थित तालाब को विकसित करने के लिए अभी तक कोई कार्य शुरू भी नहीं हुआ है और यहां की मिनी सरकार के सचिव ने मुख्यमंत्री पोर्टल पर तालाब को अमृत सरोवर बनाने के लिए कार्य प्रगति पर है कि फर्जी सूचना दर्ज कर इस संबंध में की गई जनशिकायत का फर्जी निस्तारित भी दिखा दिया। इसका खुलासा बीडीओ की जांच में हुआ है। अब सचिव के झूठ की पोल तो खुल गई है लेकिन सरकार को जनता की नजर में धोखा देने वाले सचिव पर अभी कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं हुई है। महज चेतावनी पत्र मिला है।
तहसील के एत्मादपुर ब्लॉक की ग्राम पंचायत बैनई के तालाब की सफाई कराए जाने के लिए क्षेत्र पंचायत सदस्य महेशचंद्र दिवाकर ने मुख्यमंत्री पोर्टल पर 20 मई को शिकायत दर्ज कराई थी। जिसका 24 मई को ग्राम विकास अधिकारी (सचिव) ने कार्य प्रगति पर दिखा कर शिकायत का ग्राम पंचायत के अन्य सरकारी कार्यों की तरह फर्जी निस्तारण दिखा दिया। शिकायत का फर्जी निस्तारण होने की जानकारी पर क्षेत्र पंचायत सदस्य ने खंड विकास अधिकारी को पुनः शिकायत की, जिस पर बुधवार को खंड विकास अधिकारी अनिरुध्द कुमार सिंह ने मौके पर पहुंचकर तालाब का स्थलीय निरीक्षण किया तो वह खुद चौंक गए। सचिव के झूठ से पूरी तरह पर्दा उठ गया। तालाब की सफाई का कार्य अभी शुरू भी नहीं हुआ और सरकार की फाइलों में कार्य प्रगति पर चल रहा है। बीडीओ ने मुख्यमंत्री पोर्टल पर फर्जी आख्या लगाने वाले ग्राम विकास अधिकारी योगेंद्रपाल सिंह को चेतावनी पत्र जारी किया है। अब शासन क्या पुरस्कार देगा यह बाद की बात है।