



आगरा के अधिकांश पेट्रोल पंपों पर तेल नहीं
बाबा न्यूज
आगरा। देश में कोरना महामारी के बाद बढ़ी औद्योगिक गतिविधियों के चलते देश में पेट्रोल और डीजल की किल्लत होनी शुरू हो गई है। आगरा में भी इसका असर दिखाई देने लगा है। गुरुवार को सुबह बहुत से पंपों पर तेल नहीं था। विशेषज्ञों के मुताबिक ऐसे हालात दुनियाभर में बन रहे हैं। हालांकि भारत में रिफाइनरी क्षमता से ज्यादा मांग होने की वजह से परिस्थितियां बिगड़ गई हैं। इनके एक से दो महीनों में पूरी तरह सुधरने के आसार हैं।
आज दुनियाभर में इस समय औद्योगिक गतिविधियां बढ़ रही हैं इसमें डीजल का ज्यादा इस्तेमाल हो रहा है। साथ ही निजी जरूरत के लिए पेट्रोल का इस्तेमाल बढ़ रहा है। भारत में कच्चे तेल की कोई किल्लत नहीं है, समस्या उसे रिफाइन कर पेट्रोल-डीजल में परिवर्तित कर पंपों तक पहुंचाने की क्षमता की है। अप्रत्याशित मांग को देखते हुए देश की मौजूदा क्षमता कम पड़ रही है।
सरकारी क्षेत्र की तेल मार्केटिंग कंपनी हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉपोर्रेशन एचपीसीएल ने कहा है कि रीटेल आउटलेट्स पर कई दिनों में कुछ राज्यों में अप्रत्याशित मांग देखने को मिली है। पिछले साल अप्रैल-मई के मुकाबले इस साल इन महीनों में राजस्थान और मध्यप्रदेश जैसे राज्यों में पेट्रोल और डीजल की मांग में 40 फीसदी से ज्यादा की ग्रोथ देखी गई है।
तेल कंपनियों ने पेट्रोल पंपों के तेल आपूर्ति कोटे में कटौती कर दी है। इसका असर लखनऊ समेत पूरे प्रदेश में दिखने लगा है। रविवार और शनिवार को एचपीसीएल के कुछ पेट्रोल पंपों पर बंदी जैसी स्थिति रही। बीपीसीएल के कुछ पंपों पर दो से तीन घंटे तेल नहीं मिला। हालांकि इन कंपनियों के क्षेत्रीय बिक्री अफसरों ने तेल संकट से इंकार किया है। वहीं पेट्रोल पंप एसोसिएशन ने कहा कि एचपीसीएल के पंपों पर तेल आपूर्ति बाधित रही है।