



रायपुर और गारापुर में खोदे गए कुंड़ों में हुआ विसर्जन
नदी में स्नान करने वालों को पुलिस ने सख्ती से रोका
सुरेश बघेल / बाबा न्यूज
एत्मादपुर ((आगरा)। नवरात्रों में नौ दिन तक भक्ति भावना से आदिशक्ति मां दुर्गा की पूजा-अर्चना करने वाले श्रद्धालु बुधवार विदाई के समय रो पड़े। दलेलनगर की मासूम नंदनी का तो रायपुर घाट पर रो-रोकर बुरा हाल था। नगर में देवी प्रतिमाओं की विसर्जन शोभायात्रा धूमधाम से रात्रि तीन बजे तक निकली। हजारों लोगों की भीड़ ने देवी को सजल नेत्रों से विदा किया।
तहसील के यमुना नदी के तटवर्ती गांव गांव रायपुर के घाट पर खोदे गए कुंड (गड्ढे) में सुबह से देर शाम तक सौकड़ों प्रतिमाएं विसर्जित की गईं। इस दौरान ट्रैक्टर-ट्राली, डीसीएम, टाटा मैक्स, ऑटो, बाइक आदि पर श्रद्धालु सांउड सिस्टम पर बजते भजन-गीतों पर नाचते-गाते और अबीर-गुलाल उड़ाते हुए देवी प्रतिमाएं लेकर पहुंचे। आने वालों में महिलाएं और बच्चियों की संख्या अधिक रही। इस दौरान छलेसर चौकी इंचार्ज राकेश कुमार और एसआई अहमद मलिक ने पुलिस बल के साथ किसी को भी यमुना नदी में सख्ती के साथ स्नान करने के लिए नहीं जाने दिया। आचमन को भी यमुना जल घड़े से मुहैया कराया गया। रायपुर के अलावा छोटा सुरहरा के नूरपुर घाट पर भी बनाए गए कुंड में देवी प्रतिमामों को विसर्जित किया। इधर रात्रि निकली विसर्जन शोभायात्रा में हजारों की भीड शामिल रही। पालिकाध्यक्ष राकेश बघेल ने आरती उतारी। सुरक्षा के माकूल प्रबंध रहे। देर शाम से रात्रि तीन बजे तक नगर माता के भजनों से गूंजायमान रहा।