



शाहगंज स्थित पाठशाला में दे रहे ग्रीष्मकालीन शिविर में निःशुल्क शिक्षा
Baba news
आगरा। वेदों का यह ज्ञान किसी एक देश, किसी एक जाति, किसी एक भाषा के लोगों के लिए नहीं है, बल्कि जो भी कोई ज्ञान का प्यासा है, उसके लिए वेदों के दरवाज़े हमेशा-हमेशा खुले हुए हैं। वेदों की वाणी कल्याणमयी है। उनका ज्ञान जाति-धर्म से परे संसार के सारे मनुष्यों के लिए है। ये सार्थक सिद्द कर रहे शाहगंज में चल रहे निःशुल्क ग्रीष्मकालीन शिविर में आचार्य राहुल रावत। यहाँ संस्कार पाठशाला भोगीपुरा शाहगंज आचार्य राहुल रावत के निज निवास पर निःशुल्क चल रही है जिसमे वैदिक सनातन संस्कृति की जानकारी दी जा रही है।
आचार्य राहुल रावत ने बताया कि बच्चों को श्री गणेश जी के पाठ पंचाक्षर स्तोत्र, नवग्रह स्तोत्र, भोजन मंत्र एवं चार वेद के नाम चार पुरुषार्थ के नाम पंच तत्वों के नाम पंच इंद्रियां, सप्त ऋषि, सप्त चिरंजीव सनातन धर्म में चार धामों का वर्णन कुंभ स्थलों के नाम एवं कुंभ स्थल कहां लगाए जाते हैं। पंचदेव कौन है ? त्रिदेव कौन है? तीन शक्तियां कौन सी है? या उनके नाम 3 गुण तीन लोक पंचामृत किस प्रकार से बनता है स्वास्तिक का निर्माण तकरीबन 50 से ज्यादा सनातन धर्म की जानकारी दी जा रही है। पाठशाला में 30 बच्चे वेदो की शिक्षा प्राप्त कर रहे है। शिविर का समापन 1 जुलाई को होगा।