



बाबा न्यूज
आगरा। फ्लाइंग आॅफिसर निर्मल जीत सिंह सेखों पीवीसी को प्रशस्ति पत्र प्रदान करने के लिए डीईआई टेक्निकल कॉलेज दयालबाग के प्रिंसिपल और स्टाफ सदस्यों की टीम द्वारा भारतीय वायु सेना हेरिटेज सेंटर का दौरा किया।
पिछले साल डीईआई. टेक्निकल कॉलेज, दयालबाग ने अपने सबसे प्रतिष्ठित छात्र, फ्लाइंग आॅफिसर निर्मल जीत सिंह सेखों पीवीसी की 78वीं जयंती कॉलेज में बड़े उत्साह और जोश के साथ मनाई थी। इस साल कॉलेज ने फ्लाइंग आॅफिसर निर्मल जीत सिंह सेखों पीवीसी की 79वीं जयंती के अवसर पर भारतीय वायु सेना हेरिटेज सेंटर, चंडीगढ़ में उनके नाम का प्रशस्ति पत्र प्रदान करने की योजना बनाई । वायुसेना प्रमुख, एयर चीफ मार्शल वी आर चौधरी से विधिवत अनुमति ली गई थी। प्रिंसिपल विजय प्रकाश मल्होत्रा, आॅटोमोबाइल विभाग के कार्यवाहक प्रमुख मेजर सिंह, मैकेनिकल इंजीनियरिंग के लेक्चरर श्री मयंक कुमार अग्रवाल, और 7/1 एनसीसी, आगरा के एएनओ, कैप्टन मनीष कुमार के साथ वायुसेना स्टेशन चंडीगढ़ गए थे। सबसे पहले टीम को वायुसेना स्टेशन घुमाया गया और वायुसेना के विभिन्न ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट दिखाए गए। इसके बाद वे एयर कमोडोर के एस लांबा वीएम के कार्यालय में एकत्र हुए। यहां प्रिंसिपल ने सबसे पहले एक प्रेजेंटेशन दिया, जिसमें उन्होंने दयालबाग की स्थापना और दयालबाग में शिक्षा, 1927 में टेक्निकल स्कूल की स्थापना, दयालबाग एजुकेशनल इंस्टीट्यूट (डीम्ड यूनिवर्सिटी) में इसके विलय आदि का वर्णन किया। उन्होंने कहा कि कॉलेज ने बहुत अच्छे इंजीनियर और टेक्नोक्रेट दिए हैं, जो सरकार और उद्योग में उच्च पदों पर हैं। इसके बाद उन्होंने कहा कि कॉलेज के सबसे प्रतिष्ठित पूर्व छात्र फ्लाइंग आॅफिसर निर्मल जीत सिंह सेखों पीवीसी हैं, जिनकी 78वीं जयंती उन्होंने पिछले साल 17 जुलाई 2023 को मनाई थी।
उन्होंने बताया कि फ्लाइंग आॅफिसर निर्मल जीत सिंह सेखों पीवीसी के टेक्निकल कॉलेज के छात्र होने का उन्हें कैसे पता चला। दरअसल, पिछले साल भारतीय वायु सेना हेरिटेज सेंटर, चंडीगढ़ 8 मई 2023 को खोला गया था। उनके एक मित्र विनोद पाठक उनक ी पत्नी अनीता पाठक के साथ केंद्र का दौरा करने गए थे। वहां उनकी पत्नी ने फ्लाइंग आॅफिसर निर्मल जीत सिंह सेखों पीवीसी का कॉलेज ब्लेजर देखा, जिसे प्रदर्शित किया गया था। इसकी सूचना प्रिंसिपल को दी गई और सभी खुशी से भर गए। इस प्रकार उन्हें अपने कॉलेज के प्रतिष्ठित पूर्व छात्र के बारे में पता चला।
ज्ञात हो कि अब तक 21 परमवीर चक्र दिए जा चुके हैं और फ्लाइंग आॅफिसर निर्मल जीत सिंह सेखों पीवीसी भारतीय वायु सेना से परमवीर चक्र प्राप्त करने वाले एकमात्र प्राप्तकर्ता हैं। फ्लाइंग आॅफिसर निर्मल जीत सिंह सेखों पीवीसी को 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में वीरता, उड़ान कौशल, और दृढ़ संकल्प का प्रदर्शन करने के लिए परमवीर चक्र दिया गया था जब उन्होंने अकेले ही अपने जी नेट विमान से छह पाकिस्तानी वायु सेना के सेबर जेट विमानों के साथ लड़ाई लड़ी और कार्रवाई में मारे गए।
फ्लाइंग आॅफिसर निर्मल जीत सिंह सेखों पीवीसी की 78वीं जयंती मनाने के लिए 17 जुलाई को आयोजित समारोह की मुख्य विशेषताएं भी दिखाई गईं। इसके बाद टीम और अधिकारी भारतीय वायु सेना हेरिटेज सेंटर चले गए। यहां प्रिंसिपल ने फ्लाइंग आॅफिसर निर्मल जीत सिंह सेखों पीवीसी पर प्रशस्ति पत्र पढ़ा और फिर इसे एयर कमोडोर के एस लांबा वीएम को भेंट किया। अंत में एयर कमोडोर के एस लांबा वीएम और चंडीगढ़ के पर्यटन निदेशक प्रद्युम्न सिंह को स्मृति चिन्ह भेंट किए गए। समारोह ने सभी के मन में फ्लाइंग आॅफिसर निर्मलजीत सिंह सेखों की यादें ताजा कर दीं और सभी के दिलों में इस बहादुर पायलट के लिए सम्मान और प्रशंसा भर दी।