



गोताखोरों ने चाचा को बचाया, पूजा का कार्यक्रम मातम में बदला
बाबा न्यूज अंकुर तिवारी
बाह। तीर्थ धाम बटेश्वर में शिकोहाबाद की नोसेरा गांव से परिवार के साथ पूजा अर्चना भंडारा करने आए तीन लोग यमुना नदी में नहाते समय डूब गए समय रहते गोताखोर ने चाचा को बचा लिया। वहीं दो सगे भाई भतीजे यमुना नदी में लापता हो गए। पुलिस ने गोताखोरों की मदद से रेस्क्यू आॅपरेशन चलाकर दोनों युवकों के शवों को बरामद किया। अस्पताल में भर्ती किराया जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने मृतकों के शवों का पोस्टमार्टम कराया है।
शिकोहाबाद के नोसेरा गांव के निवासी बंटू पुत्र सीताराम अपने परिवार और रिश्तेदारों के साथ भंडारा करने तीर्थ धाम बटेश्वर में पहुंचे थे। बंटू के साथ आए नोसेरा निवासी आर्यन पुत्र नरेश (15 वर्ष) और वशीं पुत्र नरेश (16 वर्ष) अपने चाचा राजेश पुत्र तिलक सिंह (40 वर्ष) यमुना नदी के साथ पचमुखी घाट पर यमुना में स्नान करने के लिए गए थे। स्नान के दौरान अचानक यमुना के तेज बहाव में तीनों डूबने लगे। घाट पर मौजूद श्रद्धालुओं ने चीख-पुकार मचाई, जिससे वहां मौजूद गोताखोरों ने तुरंत बचाव कार्य शुरू किया। गोताखोरों ने चाचा राजेश पुत्र तिलक सिंह को बचा लिया, लेकिन दोनों सगे भाई आर्यन और वशीं यमुना के गहरे पानी में डूब गए। चीख पुकार सुनकर ग्रामीण एकत्रित हो गए। सूचना पर पहुंची पुलिस ने स्थानीय गोताखोर अनिल कुमार और अन्य गोताखोरों की मदद से रेस्क्यू आॅपरेशन चलाया एक घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद दोनों भाइयों को अचेत अवस्था में यमुना से बाहर निकाला गया। परिजन युवकों को तत्काल शिकोहाबाद अस्पताल ले गए जहां भर्ती कराया,लेकिन चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। जिसे परिजनों में कोहराम मच गया। दो सगे पुत्रों की दुखद घटना के बाद, मां ज्योति देवी अपने दोनों बच्चों को देखकर बेहोश हो गईं। पूजा कार्यक्रम माता में बदल गया। चारों तरफ की पुकार मची हुई थी। पुलिस ने मृतक दोनों भाइयों के शवों को पंचानामा भरकर पोस्टमार्टम को भेज कर कार्रवाई की गई। वही दो सगे भाइयों की मौत घटना से
परिवार में मातम का माहौल है। पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई है।