



आगरा। डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय में एक बार फिर हंगामा हुआ। समाजवादी छात्र सभा और एनएसयूआई ने अपनी तीन मांगों पर खंदारी परिसर में प्रदर्शन किया। दीक्षांत की बैठक इंस्टीट्यूट आॅफ बेसिक साइंस में चल रही थी। इसी दौरान संगठन के कार्यकर्ता पहुंच गए और नारेबाजी करने लगे। हंगामें की सूचना पर पुलिस पहुंच गयी। पुलिस और छात्र नेताओं की नोंकझोंक हुई। इसके बाद विवि अधिकारियों ने पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल को बुलाया, लेकिन छात्र नेताओं की मांगों पर सहमति नहीं बन सकी। इसके बाद छात्र नेता नारेबाजी करते हुए बाहर आ गए और दीक्षांत के विरोध की बात कही।
बता दें कि दोनों संगठन छात्र संघ चुनाव, चीफ चॉक्टर को हटाने और भ्रष्टाचार की जांच कराने की मांग को लेकर पिछले एक सप्ताह से प्रदर्शन कर रहे हैं। इसी क्रम में छात्र संगठन के पदाधिकारियों ने रविवार को भी हंगामा किया। संगठन के पदाधिकारियों ने आरोप लगाया कि अधिकारियों से वार्ता नहीं करने दी जा रही है। इसके बाद थाना हरीपर्वत और थाना न्यू आगरा की पुलिस पहुंच गई। पुलिस के साथ पदाधिकारियों की नोंकझोंक हुई और वह अपनी मांगों को लेकर विवि अधिकारियों के साथ वार्ता पर अड़ गए। इसके बाद दोनों संगठनों के पांच पदाधिकारी वार्ता के लिए अंदर गए। जहां पर कुलपति, कुलसचिव और अन्य अधिकारियों और शिक्षकों से वार्ता हुई। छात्र सभा के महानगर अध्यक्ष अमित प्रताप यादव व एनएसयूआई के जिलाध्यक्ष सतीश सिकरवार ने अपनी मांग रखी कि विश्वविद्यालय में छात्र संघ के चुनाव कराए जाएं और एबीवीपी के प्रदेश अध्यक्ष प्रोफेसर मनु प्रताप को चीफ प्रॉक्टर बनाया गया है उन्हें उनके पद से हटाया जाए। अंकुश गौतम ने विवि में हुई भ्रष्टाचार की उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग की। विवि ने दीक्षांत समारोह और नैक निरीक्षण के बाद सारी मांगों पर चर्चा करने का आश्वासन दिया। वार्ता में आपसी सहमति नहीं बन पाई। छात्र नेता वार्ता विफल होने का नारा लगाते हुए बाहर निकल आए। इस मौके पर पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष गौरव शर्मा, ओम पंडित, ललित राज, कुलदीप दीक्षित, जितेंद्र धनगर, अनिल सूर्यवंशी, अजय यादव, निशांत लकी, शिवम बघेल, ऋषभ शर्मा मौजूद रहे।