



बाबा न्यूज
आगरा। उदयन शालिनी केयर की ओर से अंतरराष्टÑीय महिला दिवस की महत्ता को दर्शाते हुए प्रिल्यूड पब्लिक स्कूल, दयालबाग में एक मनोरंजक व सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया गया।
उदयन केयर एक भारतीय एनजीओ (पब्लिक चैरिटेबल ट्रस्ट) है, जिसे 1994 में पब्लिक चैरिटेबल ट्रस्ट के रूप में पंजीकृत किया गया था, जो कमजोर बच्चों, महिलाओं और युवाओं को सशक्त बनाने के लिए काम करता है। इसने भारत के 15 राज्यों के 36 शहरों में 30 हजार से अधिक बच्चों, महिलाओं और युवाओं के जीवन को प्रभावित किया है।
कार्यक्रम का शुभारंभ सरस्वती वंदना के साथ किया गया एवं उद्घोषिका रितिका बघेल, मानसी शर्मा, (बैच 1) व नंदिनी झा (बैच 4) ने सभी का स्वागत व अभिनंदन किया। तत्पश्चात रितु, अंशिका, चांदनी और अफशीन ने अपनी मधुर कविता से सबको मंत्रमुग्ध कर दिया।
वैष्णवी (बैच 1) ने अपनी मांँ के साथ लुका-छुपी बहुत हुई गीत पर नृत्य कर सभी को भावुक कर दिया। इसके बाद जगप्रीत सिंह सचदेवा और दीपाली खेत्रपाल ने समस्त शालिनियों व उनकी माताओं को अंताक्षरी खिलवाकर वातावरण को मनोरंजक बना दिया। तत्पश्चात बैच 2 और बैच 4 की शालिनियों द्वारा सामूहिक नृत्य व काजल (बैच 1) के द्वारा एकल नृत्य की प्रस्तुति की गई। समाज में महिलाओं के महत्व को बताते हुए मेंटर डॉ. कामना धवन ने नजरिया नामक स्वरचित कविता प्रस्तुत की, जिसका सभी ने आनंद उठाया। प्रतिभा कुलश्रेष्ठ, डॉ. शुभा कुलश्रेष्ठ और रिचा बिंदल गोयल द्वारा अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की थीम पर शालिनियों के द्वारा बनाए गए पोस्टरों के विजेता घोषित किए गए।
यह छात्राएं रही विजेता
प्रथम – शिल्पा (बैच 4)। द्वितीय- कोमल कुमारी (बैच 1)। तृतीय- प्रतिभा सिंह (बैच 4)। सांत्वना पुरस्कार- ईशा खान (बैच 2)। ओवरआॅल विजेता- मितिका मिश्रा (बैच 1)।
उदयन एक प्रेरणास्रोत हैं : डॉ. इला किशोर
मुख्य अतिथि डॉ. इला किशोर (प्रख्यात स्त्री रोग विशेषज्ञ) ने उदयन केयर के कार्यों की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए सभी शालिनियों का उत्साहवर्धन किया और कहा कि उदयन एक प्रेरणास्रोत है, जो कठिनाइयों को ही अपनी ताकत बनाकर नारी शक्ति को निखार रहा है।
हर छात्रा को बनाना होगा अपना आदर्श: डॉ. सुशील गुप्ता
मुख्य सलाहकार डॉ. सुशील गुप्ता ने आशीर्वचन देते हुए कहा कि उन्होंने अनेकानेक प्रकार की समाजसेवा की है परंतु उदयन परिवार में सम्मिलित होकर इन लड़कियों को गोद लेकर पाँच वर्ष तक उनके शिक्षण कार्यक्रम व कार्यशालाओं का आयोजन करना अभी तक के समस्त कार्यों में सर्वोपरि एवं संतोषजनक है। उन्होंने आगे कहा कि प्रत्येक छात्रा को अपना आदर्श स्थापित करके प्रगति के पथ पर निरंतर बढ़ते रहना है।