



टूंडला से आगरा जाते समय झरना नाले पर हुआ दर्दनाक हादसा
हाईवे पर पेठे के फलों से भरा खड़ा ट्रक बना परिवार के अंत का कारण
बाबा न्यूज
एत्मादपुर(आगरा)। टूंडला से स्कूटी पर आगरा जा रहे मां-बेटे की सोमवार को हाईवे स्थित झरना नाले के पास हुए सड़क हादसे में दर्दनाक मौत हो गई। इस हादसे के बाद एक परिवार का दुखद अंत हो गया। जानकारी मिलने पर मृतकों के रिश्तेदार मौके पर पहुंच गए।
टूंडला (फीरोजाबाद) की शिवपुरी कालोनी निवासी रमा दीक्षित (45) पत्नी स्व.रामबाबू दीक्षित और उनका पुत्र हर्षित दीक्षित (18) दोनों सोमवार की दोपहर में आगरा जा रहे थे। झरना नाले के पास वाहन से बचने के चक्कर में उनकी स्कूटी सड़क पर पेठा के फलों से भरे खड़े ट्रक में पीछे से घुस गई। हादसा होने पर राहगीर और आसपास के लोग मौके पर एकत्रित हो गए।
भीड़ ने सड़क पर लहूलुहान पड़े दोनों मां-बेटे को तड़पते देख पुलिस को सूचना दी। छलेसर चौकी के पुलिसकर्मियों ने दोनों को आगरा भिजवाया। जहां चिकित्सकों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। हादसे के बाद ट्रक के चालक-परिचालक भाग गए। पुलिस ने ट्रक को कब्जे में ले लिया और शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। हादसे की जानकारी होने पर पहुंचे मृतक हर्षित के मामा निवासी ब्रज विहार कालोनी टूंडला ने इस मामले में प्राथमिकी दर्ज कराई है।
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क्रूर काल ने लिखी चार साल में एक परिवार के अंत की कहानी
चार साल पहले पति की कैंसर से हो गई थी मृत्यु
डेढ़ साल पहले बेटी चल बसी तो अब मां-बेटे
सुरेश बघेल
एत्मादपुर। चार साल पहले कैंसर से पीड़ित पति रामबाबू फौजी की मौत के बाद रमा पूरी तरह टूट चुकी थीं। लेकिन बेटी शिवानी और बेटे हर्षित ने धीर बंधाई तो वह पारिवारिक और आर्थिक संकट के दौर में भी एक साहसी नारी की भांति उनके भविष्य का ताना-बाना बुनने में जुट गईं। बेटी जवान थी सो उसकी शादी की चिंता थी। ठीक एक साल पहले उसके विवाह की अधिकांश तैयारी हो चुकी थीं। पति की बीमारी पर जमापूंजी खत्म होने के बाद मायके वालों के हिम्मत देने से शिवानी के हाथ पीले होने वाले थे। लेकिन तभी अचानक शिवानी की संदिग्ध अवस्था में मौत हो गई तो निर्दयी नियति ने रमा की जिंदगी की फिर कड़ी परीक्षा ली। अब परिवार में सिर्फ मां थी और बेटा हर्षित। पति रामबाबू फौज (सेना) में थे। इस लिए बेटे की अभिभावक कोटे में नौकरी लगवाने के प्रयास में रमा लगी थीं। हर्षित आरबीएस डिग्री कालेज आगरा से बीटेक की पढ़ाई कर रहा था। सोमवार को भी रमा हर्षित की नौकरी और पढ़ाई के सिलसिले में उसी के साथ आगरा जा रही थीं। लेकिन मंजिल आने से पहले ही दोनों मां-बेटे का करुणांत हो गया। हाईवे पर टूंडला निवासी मां-बेटे की मौत के साथ क्रूर काल ने एक परिवार के अंत की ऐसी दर्दभरी कहानी मुकम्मल करी कि जिसने भी सुनी स्तब्ध रह गया।