



गलत जीवन और भोजनशैली से कोरोना काल में बढ़ी तबाही: संत विजय कौशल महाराज
मंगलमय परिवार को दिए सरल व सुखी जीवन के नुस्खे
बाबा न्यूज
आगरा। श्रीहरि और राधा रानी के सत्संग का साथ प्रारम्भ हुआ स्नेह मिलन समारोह संतश्री विजय कौशल महाराज ने श्रद्धालुओं को सुखी और सरल जीवन के नुस्खे सुझाए। कहा प्रकृति के साथ रहोगे तबी बच पाओगे। कोरोना काल में हमारी गलत जीवन और भोजनशैली के कारण तबाही बढ़ी। अब मौसम के नहीं दिसम्बर के महंगे आम खाने का फैशन बढ़ रहा। शरीर की रक्षा हैए शैखी थोड़ी देर ही रोग की पीड़ा खुद को ही भोगनी पड़ती है। शरीर की रक्षा करिए, शैखी थोड़ी देर की होती है। रोग की पीड़ा खुद को ही भोगनी होती है। इसलिए प्रकृति के साथ जीना सीखिये, तभी बच पाएंगे।
लोहामंडी स्थित महाराजा अग्रसेन भवन में मंगलमय परिवार द्वारा स्नेह मिलन समारोह का आयोजन किया गया। जहां संत विजय कौशल महाराज ने उपस्थित सौकड़ों श्रद्धालुओं को कहा कि मौसम के साथ वनस्पतियों के गुण धर्म बदल जाते हैं। भारत की सभी वनस्तियां औषधियां हैं। इसलिए जून में 60 किलो की गोभी के बजाय दिसम्बर में 5 रुपए किलो की गोभी की आदत डालिए। जो आपके स्वास्थ को भी ठीक रखेगी।
भारतवासियों को अप्राकृतिक जीवन शैली ने ही तबाह किया। हम नकल करने में बहुत होशियार हैं। एक समय था जब विश्व भारत का अनुसरण करता था। आज भारत रहन.सहन, केश, वेश, नृत्य, गीत, संगीत, फैशनए दावत जीवन की हर क्रिया में नकलची हो गए। जो समाज दूसरों को देखकर चलता है वह अपनी चाल भूल जाता है। प्रकृति के साथ जीयो, प्रकृति के साथ रहो, प्रकृति का भोजन करो। हमारे छोटे बच्चे रसोई का भोजन करने को तैयार नहीं। पैक्ड भोजन में केमिकल हैं, जो जीभ का स्वाद बिगाड़ रहे हैं। हर देश का पर्यावरण अगल है, उसी के अनुरूप वहां की वनस्पतियां हैं। कार्यक्रम के त में कीर्तन किया गया। इस अवसर पर मुख्य रूप से घनश्याम दास अग्रवाल, राकेश अग्रवाल, कमल नयन मित्तल, महावीर प्रसाद मित्तल, महेश गोयल, सरजू बंसल, निखिल गर्ग, राहुल अग्रवाल, हेमन्त भोजवानी आदि उपस्थित थे।